Sunday, December 26, 2010

हर साल ........

कुछ खट्टी कुछ मीठी यादे जोड़ कर,

हर साल यु ही चुपके से गुजर जाता है.

जब तक हम समझने लगते उस साल को,

दिसंबर सामने आ जाता हैं.

फिर नए साल के उत्साह में,

पुराने साल को भुला कर,

नए साल के लिए नए ताने बाने बुनते हैं,

नए सपनो को पूरा करने के लिए,

नए साल का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं.

फिर समय का पहिया घूमता जाता हैं,

कब बीत गया एक और साल ,

दिसंबर में याद आता हैं.

( Happy New Year -2011 )