Monday, December 10, 2012

बस यूँ ही ख्याल आया .....

बुरी बात हर एक के लिए अलग अलग हो सकती हैं , 
मगर अच्छी बात  सबके लिए ये हैं की हम जिंदा हैं , 
और कही न कही उपर वाले की दी हुई इस ज़िन्दगी को जी रहे हैं।  
जो बात मेरे लिए अच्छी हैं वो हो सकता हैं आपके लिए बुरी हो, 
और जो आपके लिए अच्छी हो वो किसी और के लिए बुरी, 
ये सब ज़िन्दगी जब तक हैं तब तक चलता रहेगा , 
मगर हम सांस ले रहे हैं इससे अच्छा और क्या हो सकता हैं? 
गिले शिकवे , ख़ुशी गम , सफलता - असफलता , अमीरी गरीबी , 
ये सब जीवन का हिस्सा हैं , 
कुछ भी  स्थायी नहीं हैं , आज जो हैं कल नहीं रहेगा , 
फिर क्यूँ मन को अपने व्यथित किया जाये , 
पल जो हैं हाथ में हमारे  उसको क्यों न जीया जाये , 
अगर ख़ुशी हैं तो इसे भरपूर जिया जाये ,
और अगर कही थोडा दुःख हैं तो इसको भी जीया जाये , 
कल क्या होगा कुछ भी यकीन नहीं हैं , 
कम से कम अपनी जिंदगानी की पोटली को भरा जाये। 

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