Friday, August 14, 2015

मेरे देश की उम्मीद अभी बाक़ी हैं ...............................

मेरे देश की उम्मीद अभी बाक़ी हैं क्यूंकि ,
अब भी यहाँ बहुत लोग हैं , जो देश के लिए जज्बात रखते हैं !
आ जाये कभी संकट तो मर मिटने को तैयार रहते हैं !!

अब भी बहुत लोग हैं जो चुपचाप अलख जगाते हैं !
बिना किसी स्वार्थ के अपना कर्तव्य निभाते हैं !!

मेरे देश की उम्मीद अभी बाक़ी हैं क्यूंकि ,
ये भगत सिंह , चंद्रशेखर आजाद , सुखदेव , राजगुरु - न जाने कितनी कुर्बानियो से सींची हैं !
सुभाष चन्द्र बोस , नेहरू , गांधी , पटेल , मौलाना आज़ाद आदि की सोच रखती हैं !!

अब भी यहाँ अब्दुल कलाम पैदा होते हैं , जो एक हाथ में गीता और दूसरे में कुरान रखते हैं !
अब भी यहाँ दसरथ मांझी पैदा होते हैं , जो अपने दम पर पहाड़ का सीना चीर कर रख देते हैं !!

मेरे देश की उम्मीद अभी बाक़ी हैं क्यूंकि ,
मेरे देश का "जवान" बिकाऊ नहीं हैं, सीना ताने मातृभूमि की रक्षा करने में शान समझता हैं !
माणिक सरकार जैसा गरीब और निश्वार्थ मुख्यमंत्री त्रिपुरा में अब भी राज करता हैं !!

अभी भी देश के लिए नौजवानो के दिलो में शोले भड़कते हैं !
देश हित के लिए रामलीला मैदान में अब भी आंदोलन होते हैं !!

मेरे देश की उम्मीद अभी बाक़ी हैं क्यूंकि ,
कालांतर में भी हमने दंश झेले हैं , हर बार उससे उभरे हैं !
आक्रान्ताओं के गुरूर को ख़त्म किया हैं , और मजबूत बने हैं !!

हर बार मजबूती से हमने अपना गौरव वापस पाया हैं !
भटके हुए लोगो को फिर मुख्यधारा में आते हमने पाया हैं !!

मेरे देश की उम्मीद अभी बाक़ी हैं क्यूंकि ,
रोज़ कही कही कोई किसान देश के लिए और ज्यादा अन्न उपजाने की कोशिश करता हैं !
रोज़ कहीं कही मजदूर सड़के बनाता  हैं !!

दूर गांवों में कोई शिक्षक आज भी भारत के बच्चो को दिल से पढ़ाता हैं !

कही किसी छोर पर भारत माँ का झंडा देख एक बच्चा गर्व करता हैं !!

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